06 February 2011

ताकत :
ताकत की ताक
फिर चुनाव की खाक
गाव गाव चुनाओ की काव काव
वो रत्तू तोता हरी वर्दी वाला
...काले कौए का मुह वोला साला
उस्को नकल की अकल है
पर है तो नकल ही

पिछ्ले पाच साल
थे कैसे हालात
देश 10 % कि दर से वद रहा था
और हम उस्से अछुते
इन पाच सालो मे
50 % पिछड गये

ये क्यो हुआ क्योकि विपछ खामोश था
और इसी क जन्ता मे रोश था

अब कौन करेगा
काव काव गाव गाव . . . . . .

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कभी सोचा न था ......... कि आप भी.... मेरे ब्लोग पे होंगे !